Powered By Blogger

गुरुवार, 4 मार्च 2010

मप्र में गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने की तैयारी

मप्र में गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने की तैयारी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां कहा कि सरकारी स्कूलों में पहली से दसवीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम में गीता को शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। गीता किसी एक धर्म, पंथ या मत का प्रतिनिधित्व नहीं करती, यह ज्ञान से परिपूर्ण है। इसके लिए समिति बनी है उसकी रिपोर्ट आने के बाद सरकार गीता को पाठ्यक्रम में शामिल कर सकती है। वह सक्तेशगढ़ स्थित परमहंस आश्रम में बुधवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। पाठ्यक्रम में गीता को लागू करने से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं जल्दबाजी में कुछ नहीं कहूंगा,क्योंकि धर्म व अध्यात्म को लेकर काफी हो हल्ला मचता है इसलिए रिपोर्ट आने के बाद विचार करके ही निर्णय लूंगा। गीता हमारी धरोहर है। इसको लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। भाजपा के भविष्य के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी अच्छी स्थिति में है साथ ही उसका भविष्य भी अच्छा है। उत्तर प्रदेश में भी उसकी स्थिति मजबूत है और वही विकल्प है। आने वाले चुनाव में भाजपा की सरकार बनेगी। महंगाई के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा भाजपा के शासन काल में महंगाई पर अंकुश था। जनता को काफी राहत थी। केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से महंगाई बढ़ी है। उन्होंने कहा जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़ाने से विकास नहीं होने वाला है। सरकार को ऐसी योजना बनानी होगी जिससे गरीब जनता को ज्यादा से ज्यादा राहत मिल सके। पेट्रोलियम पदार्थ की कीमतों के बढ़ने से सभी सामान के दाम बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र और प्रदेश की सरकारों में तालमेल नहीं होगा तब तक महंगाई से जनता को राहत नहीं मिलने वाली है। आतंकवाद और नक्सलवाद पर चौहान ने कहा कि बंदूक के बल पर नक्सलवाद को समाप्त नहीं किया जा सकता है। जब तक गरीब आदिवासियों, गिरीवासियों को विकास की मुख्यधारा से नहीं जोड़ा जायेगा, नक्सल समस्या खत्म होने वाली नहीं है। उन्होंने सफाई दी की मध्य प्रदेश में नक्सल समस्या नहीं है। साथ ही अपनी सरकारी की उपलब्धियों का बखान करते हुए सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों को तीन प्रतिशत ब्याज पर कर्ज मिल रहा है। किसानों को गेहूं पर 100 रुपये का बोनस दिया जा रहा है।
मप्र में गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने की तैयारी
ठ्ठ जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां कहा कि सरकारी स्कूलों में पहली से दसवीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम में गीता को शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। गीता किसी एक धर्म, पंथ या मत का प्रतिनिधित्व नहीं करती, यह ज्ञान से परिपूर्ण है। इसके लिए समिति बनी है उसकी रिपोर्ट आने के बाद सरकार गीता को पाठ्यक्रम में शामिल कर सकती है। वह सक्तेशगढ़ स्थित परमहंस आश्रम में बुधवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। पाठ्यक्रम में गीता को लागू करने से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं जल्दबाजी में कुछ नहीं कहूंगा,क्योंकि धर्म व अध्यात्म को लेकर काफी हो हल्ला मचता है इसलिए रिपोर्ट आने के बाद विचार करके ही निर्णय लूंगा। गीता हमारी धरोहर है। इसको लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। भाजपा के भविष्य के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी अच्छी स्थिति में है साथ ही उसका भविष्य भी अच्छा है। उत्तर प्रदेश में भी उसकी स्थिति मजबूत है और वही विकल्प है। आने वाले चुनाव में भाजपा की सरकार बनेगी। महंगाई के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा भाजपा के शासन काल में महंगाई पर अंकुश था। जनता को काफी राहत थी। केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से महंगाई बढ़ी है। उन्होंने कहा जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़ाने से विकास नहीं होने वाला है। सरकार को ऐसी योजना बनानी होगी जिससे गरीब जनता को ज्यादा से ज्यादा राहत मिल सके। पेट्रोलियम पदार्थ की कीमतों के बढ़ने से सभी सामान के दाम बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र और प्रदेश की सरकारों में तालमेल नहीं होगा तब तक महंगाई से जनता को राहत नहीं मिलने वाली है। आतंकवाद और नक्सलवाद पर चौहान ने कहा कि बंदूक के बल पर नक्सलवाद को समाप्त नहीं किया जा सकता है। जब तक गरीब आदिवासियों, गिरीवासियों को विकास की मुख्यधारा से नहीं जोड़ा जायेगा, नक्सल समस्या खत्म होने वाली नहीं है। उन्होंने सफाई दी की मध्य प्रदेश में नक्सल समस्या नहीं है। साथ ही अपनी सरकारी की उपलब्धियों का बखान करते हुए सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों को तीन प्रतिशत ब्याज पर कर्ज मिल रहा है। किसानों को गेहूं पर 100 रुपये का बोनस दिया जा रहा है।मप्र में गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने की तैयारी
ठ्ठ जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां कहा कि सरकारी स्कूलों में पहली से दसवीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम में गीता को शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। गीता किसी एक धर्म, पंथ या मत का प्रतिनिधित्व नहीं करती, यह ज्ञान से परिपूर्ण है। इसके लिए समिति बनी है उसकी रिपोर्ट आने के बाद सरकार गीता को पाठ्यक्रम में शामिल कर सकती है। वह सक्तेशगढ़ स्थित परमहंस आश्रम में बुधवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। पाठ्यक्रम में गीता को लागू करने से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं जल्दबाजी में कुछ नहीं कहूंगा,क्योंकि धर्म व अध्यात्म को लेकर काफी हो हल्ला मचता है इसलिए रिपोर्ट आने के बाद विचार करके ही निर्णय लूंगा। गीता हमारी धरोहर है। इसको लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। भाजपा के भविष्य के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी अच्छी स्थिति में है साथ ही उसका भविष्य भी अच्छा है। उत्तर प्रदेश में भी उसकी स्थिति मजबूत है और वही विकल्प है। आने वाले चुनाव में भाजपा की सरकार बनेगी। महंगाई के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा भाजपा के शासन काल में महंगाई पर अंकुश था। जनता को काफी राहत थी। केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से महंगाई बढ़ी है। उन्होंने कहा जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़ाने से विकास नहीं होने वाला है। सरकार को ऐसी योजना बनानी होगी जिससे गरीब जनता को ज्यादा से ज्यादा राहत मिल सके। पेट्रोलियम पदार्थ की कीमतों के बढ़ने से सभी सामान के दाम बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र और प्रदेश की सरकारों में तालमेल नहीं होगा तब तक महंगाई से जनता को राहत नहीं मिलने वाली है। आतंकवाद और नक्सलवाद पर चौहान ने कहा कि बंदूक के बल पर नक्सलवाद को समाप्त नहीं किया जा सकता है। जब तक गरीब आदिवासियों, गिरीवासियों को विकास की मुख्यधारा से नहीं जोड़ा जायेगा, नक्सल समस्या खत्म होने वाली नहीं है। उन्होंने सफाई दी की मध्य प्रदेश में नक्सल समस्या नहीं है। साथ ही अपनी सरकारी की उपलब्धियों का बखान करते हुए सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों को तीन प्रतिशत ब्याज पर कर्ज मिल रहा है। किसानों को गेहूं पर 100 रुपये का बोनस दिया जा रहा है।
मप्र में गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने की तैयारी
ठ्ठ जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां कहा कि सरकारी स्कूलों में पहली से दसवीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम में गीता को शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। गीता किसी एक धर्म, पंथ या मत का प्रतिनिधित्व नहीं करती, यह ज्ञान से परिपूर्ण है। इसके लिए समिति बनी है उसकी रिपोर्ट आने के बाद सरकार गीता को पाठ्यक्रम में शामिल कर सकती है। वह सक्तेशगढ़ स्थित परमहंस आश्रम में बुधवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। पाठ्यक्रम में गीता को लागू करने से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं जल्दबाजी में कुछ नहीं कहूंगा,क्योंकि धर्म व अध्यात्म को लेकर काफी हो हल्ला मचता है इसलिए रिपोर्ट आने के बाद विचार करके ही निर्णय लूंगा। गीता हमारी धरोहर है। इसको लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। भाजपा के भविष्य के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी अच्छी स्थिति में है साथ ही उसका भविष्य भी अच्छा है। उत्तर प्रदेश में भी उसकी स्थिति मजबूत है और वही विकल्प है। आने वाले चुनाव में भाजपा की सरकार बनेगी। महंगाई के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा भाजपा के शासन काल में महंगाई पर अंकुश था। जनता को काफी राहत थी। केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से महंगाई बढ़ी है। उन्होंने कहा जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़ाने से विकास नहीं होने वाला है। सरकार को ऐसी योजना बनानी होगी जिससे गरीब जनता को ज्यादा से ज्यादा राहत मिल सके। पेट्रोलियम पदार्थ की कीमतों के बढ़ने से सभी सामान के दाम बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र और प्रदेश की सरकारों में तालमेल नहीं होगा तब तक महंगाई से जनता को राहत नहीं मिलने वाली है। आतंकवाद और नक्सलवाद पर चौहान ने कहा कि बंदूक के बल पर नक्सलवाद को समाप्त नहीं किया जा सकता है। जब तक गरीब आदिवासियों, गिरीवासियों को विकास की मुख्यधारा से नहीं जोड़ा जायेगा, नक्सल समस्या खत्म होने वाली नहीं है। उन्होंने सफाई दी की मध्य प्रदेश में नक्सल समस्या नहीं है। साथ ही अपनी सरकारी की उपलब्धियों का बखान करते हुए सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों को तीन प्रतिशत ब्याज पर कर्ज मिल रहा है। किसानों को गेहूं पर 100 रुपये का बोनस दिया जा रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें